Tirupati balaji mandir: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जब से यह दावा किया है की भगवान के प्रसाद के साथ छेड़छाड़ की गई थी, तभी से तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद का मामला गर्माया हुआ है बताया जा रहा है कि तिरुपति बालाजी में पिछले वर्षों में जो लड्डू प्रसाद के रूप में दिए गए उनमें घी के बदले मांस मछली का तेल मिलाया गया था यह सुनकर सभी के होश उड़ गए और हिंदू श्रद्धालु आग बबूला हो गए और संतों की नाराजगी देखने को मिल रही है।
तिरुपति बालाजी मंदिर में पिछले 200 साल से भी ज्यादा पुरानी परंपरा है जिसमें मंदिर द्वारा ही लड्डू का प्रसाद वितरित होता है, यह अधिकार केवल मंदिर ट्रस्ट को हासिल है इसके लिए मंदिर को लड्डू का पेटेंट हासिल है यानी कोई भी अगर नकल करता है तो यह गैर कानूनी होगा और ना ही कोई बाहर दुकान लगाकर मंदिर का प्रसाद नहीं बेच सकता है।
तिरुपति बालाजी चमत्कारी शक्तियों वाला मंदिर है ऐसे में भगवान के प्रसाद के साथ इतना बड़ा छेड़छाड़ करना और उसे श्रापित करना किसी पाप से काम नहीं है क्योंकि भगवान में बसती है श्रद्धालुओं की भावनाएं जिससे खिलवाड़ किया गया है जिसके लिए दोषियों को सजा दी जानी चाहिए।
तिरुपति बालाजी मंदिर कहां स्थित है ( Tirupati balaji mandir)
तिरुपति बालाजी आंध्र प्रदेश के चित्तौड़ जिले के पास तिरुमला पहाड़ी में स्थित है यह पूर्वी घाट के शेष चिलम पहाड़ियों की तलहटी में बसा है। इस मंदिर में भगवान विष्णु के वेंकटेश्वर रूप की पूजा की जाती है जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं यह मंदिर अपने रहस्य के लिए प्रसिद्ध है और यहां की मान्यता विश्व प्रसिद्ध है।
तिरुपति बालाजी का रहस्य
भगवान के बाल है असली
आमतौर पर मंदिरों में मूर्तियों में जो बाल लगाए जाते हैं वह नकली होते हैं लेकिन तिरुपति बालाजी मंदिर में मूर्ति में जो बल लगे हैं वह रेशमी और असली बाल है जो अन्य मंदिर में देखने को नहीं मिलता है। यह यहां की सबसे बड़ी खासियत है।
बाल दान दिए जाते हैं
तिरुपति बालाजी मंदिर को भक्तों द्वारा बाल दान में दिए जाते हैं कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति तिरुपति जाकर बालों का दान करता है तो वेंकटेश्वर भगवान उन्हें उतना ही धनी बना देते हैं और साथ ही उनके जीवन से नकारात्मकता दूर हो जाती है हर साल लाखों करोड़ों भक्त इस मंदिर में अपने बाल अर्पित करने आते हैं।
सुनाई देती है समुद्र की लहरें (Tirupati balaji mandir)
आपको इस बात पर यकीन करना मुश्किल होगा कि इस मंदिर में भगवान की मूर्ति के पीछे से समुद्र के लहरों की आवाज आती है और यह बात को कोई नहीं जान पाया है कि आखिरकार यह कैसे मुमकिन है और यह रहस्य बनी हुई है।
लौह नहीं बूझती ( tirupati balaji mandir)
तिरुपति बालाजी मंदिर के गर्भ ग्रह में भगवान की मूर्ति के सामने दीपक जलता रहता है जो कभी नहीं बूझता, ना ही इसमें घी और तेल डाला जाता है और यह कई कई सालों से यह दिया भगवान की मूर्ति के आगे चल रहा है जो की इस मंदिर की खास बात है जो की रहस्य बनी हुई है जिसे देखने श्रद्धालु दूर दूर से आते हैं।
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तिरुपति बालाजी मंदिर विश्व के कुछ प्रसिद्ध चुनिंदा मंदिरों में अपना स्थान रखता है जो अपने रहस्य के लिए जाना जाता है। यहां का प्रसाद श्रद्धालुओं की भावनाओं से जुड़ा हुआ है इस मंदिर में प्रसाद के तौर पर बूंदी के लड्डू दिए जाते हैं और कहते हैं इस मंदिर के दर्शन करने मात्र से ही व्यक्ति के दुख, दर्द,निराशा दूर हो जाती है।