Bhagwan ram: बाल्मीकि रामायण में श्री राम के ऐसे 16 गुण बताए गए हैं जो एक आदर्श पुरुष मै होने चाहिए जो लोगों के नेतृत्व क्षमता बढ़ाने और किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए उपयोगी हैं। धर्म ग्रंथो में भगवान राम को आदर्श पुरुष माना जाता है अगर आप भी श्री राम जैसे बलवान, गुणवान, यशस्वी होना चाहते हैं, आगे बढ़ना चाहते हैं, नाम कमाना चाहते हैं, ख्याति प्राप्त करना चाहते हैं तो अपनाएं यह 16 गुण और सामान्य व्यक्ति से आदर्श पुरुष बन जाए। यह 16 अच्छाइयां आपकी हर परिस्थिति में उपयोगी होंगी फिर आप जिस भी ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं।
भगवान राम ने धर्म का पालन किया था, नैतिक कर्तव्य निभाया था, वह एक राजकुमार थे, एक अच्छे भाई थे, एक अच्छे पति थे, एक बेटे थे और एक अच्छे इंसान थे जो हर परिस्थिति में नैतिक सिद्धांतों को सबसे ऊपर रखें और सही चीज के लिए खड़े रहे इसीलिए भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहा गया है। भगवान राम वीरता और सदाचार के लिए जाने जाते हैं। जो सदैव मर्यादा, करुणा, दया, सत्य, सदाचार, धर्म के मार्ग पर चले। भगवान राम में हर वह गुण मौजूद था जो हर व्यक्ति अपने भीतर पाना चाहता है तो अगर आप भी चाहते हैं भगवान राम की तरह बलवान बनना तो अपनाएं यह 16 गुण।
भगवान राम के 16 गुण ( bhagwan ram)
- गुणवान – व्यक्ति को ज्ञानी और हुनरमंद होना चाहिए। निरंतर सीखते रहना चाहिए और ज्ञान को प्राप्त करते रहना चाहिए जिससे एक व्यक्ति गुणवान पुरुष बनता है।
- किसी की निंदा न करने वाला- जिस व्यक्ति को हर स्थिति में सकारात्मक विचार आते हैं वह व्यक्ति कभी भी हार नहीं सकता इसलिए व्यक्ति को कभी भी किसी भी परिस्थिति में किसी की निंदा नहीं करनी चाहिए।
- धर्मज्ञ– जो व्यक्ति धर्म के साथ प्रेम करता है सेवा भाव रखता है। मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहता है वह व्यक्ति गुणवान व्यक्ति होता है।
- कृतज्ञ– जिस व्यक्ति में विनम्रता होती है अपनों का भाव होता है और जो हर परिस्थिति के लिए कृतज्ञता रहता है वह व्यक्ति गुणवान व्यक्ति है।
- सत्य बोलने वाला– विपरीत परिस्थितियों में भी जो कभी झूठ नहीं बोलता। हमेशा सत्य के मार्ग पर चलता है वह व्यक्ति आदर्श पुरुष कहलाता है।
- दृढ़ प्रतिज्ञा– मजबूत हौंसला वाला जो अपने काम के प्रति दृढ़ रहे फिर चाहे परिस्थितियों कैसी भी हो तो भी वह अपने काम को पूरी कृतज्ञता के साथ दृढ़ता के साथ करें वह व्यक्ति आदर्श पुरुष है।
- सदाचारी – लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करने वाला खुले विचार रखने वाला व्यक्ति गुणवान व्यक्ति है।
- सभी प्राणियों का रक्षक- ऐसा व्यक्ति जो हर किसी के लिए मददगार बने। सभी प्राणियों, स्त्री,पुरुष, जीव, जंतु, पेड़, पौधों की रक्षा करता हो वह व्यक्ति आदर्श व्यक्ति है।
- सामर्थ शाली- जो व्यक्ति सभी का भरोसा जीत पाता हो हर काम में समर्थन का पाता हो वह व्यक्ति आदर्श व्यक्ति है।
- प्रियदर्शन- मन से और तन से सुंदर हो अपना ख्याल रखता हो वह व्यक्ति आदर्श व्यक्ति कहलाया जाता है।
- मन पर अधिकार रखने वाला- जो व्यक्ति धैर्यवान हो व्यसन से मुक्त हो गलत चीजों पर ना पड़ता हो मन का पक्का हो वह व्यक्ति आदर्श व्यक्ति है।
- क्रोध जीतने वाला – बड़ी से बड़ी विपदा में अपने मन को शांत और सहज रखने वाला, क्रोध पर काबू रखने रखने वाला, दूसरों से सहजता से व्यवहार करने वाला व्यक्ति ही आदर्श व्यक्ति है।
- कांतिमान – जिस व्यक्ति का व्यक्तित्व बहुत अच्छा हो। सबके साथ समान व्यवहार करता हो वह व्यक्ति आदर्श पुरुषों में आता है।
- वीर्यवान – जो व्यक्ति शरीर से स्वस्थ हो, संयमी हो, हष्ट पुष्ट हो वह व्यक्ति आदर्श पुरुष कहलाता है।
- युद्ध में जिससे क्रोधित होने पर देवता भी डरे- जागरूक हो अपने कार्य के प्रति जोशीला बर्ताव हो। गलत बात का हमेशा विरोध करता हो वह व्यक्ति आदर्श व्यक्ति है।
- विद्वान– अपनी बुद्धि और विवेक से हर परिस्थिति को जीत पाए ऐसा व्यक्ति आदर्श व्यक्ति कहलाता है और वही व्यक्ति भगवान राम ( bhagwan ram) की तरह अपना जीवन यापन करता है।