Premanand ji maharaj Darshan close

premanand ji maharaj darshan close: प्रेमानंद जी महाराज राधा कृष्ण के उपासक है और वह वृंदावन में रहते हैं वह अपने भक्तजनों को रोजाना दर्शन देते हैं, एकांतिक वार्तालाप के जरिए उनके प्रश्नों के उत्तर देते हैं उनके द्वारा कीर्तन और सत्संग के जरिए अधिकांश लोगों का जीवन परिवर्तित हो रहा है। युवा मीट मांस, मंदिरा को छोड़कर महाराज जी की बात को अपना रहे हैं और भक्ति मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं।

रोजाना हजारों लोग वृंदावन की सड़कों पर प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन के लिए खड़े रहते थे, रात्रि 2:00 बजे राधा राधा नाम की गुंज सड़कों पर गूंजती थी जो की भाव विभोर कर देती थी, रोजाना उत्साह उमंग का यह त्यौहार बन चुका था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

वृंदावन निवासी प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम से एक बुरी खबर आई है, बुरी खबर यह है कि वह अब महाराज जी रात्रि के दर्शन नहीं देंगे दरअसल भजन मार्ग यूट्यूब चैनल पर एक पोस्ट उन्हीं की संस्था द्वारा डाली गई है जिसमें यह खबर आम जन को दी गई है। 

राधा वल्लभ श्री हरिवंश आवश्यक सूचना (premanand Ji Maharaj darshan close)

राधे राधे! श्री हरिवंश! आप सभी को सूचित किया जाता है कि पूज्य महाराज जी के स्वास्थ्य और बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए पूज्य महाराज जी, जो की पदयात्रा करते हुए रात्रि 2:00 बजे से श्री हित राधा केली कुंज जाते थे जिसमें सब दर्शन पाए थे वह अनिश्चितकाल के लिए बंद किया जाता है।

यह जानकारी श्री हित राधा के लिए कुंज परिकर श्रीधाम वृंदावन द्वारा 6 फरवरी 2025 को की गई है जिसमें यह बात कही गई है कि अगले कई दिन या फिर महीना के लिए प्रेमानंद जी महाराज अब रात में भक्त जनों को दर्शन नहीं देंगे, गंभीर स्वास्थ्य समस्या और अधिक भीड़ होने के कारण कई मुश्किलों का उनका सामना करना पड़ता है जिस कारण दर्शन बंद कर दिए गए हैं।

Premanand Ji Maharaj darshan close

प्रेमानंद जी महाराज है बीमार (premanand ji maharaj kidney)

प्रेमानंद जी महाराज वृंदावन के सिद्ध संत है उनको पिछले 20 सालों से यह गंभीर बीमारी है जो की ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलिसिस्टिक किडनी डिजीज है, यह किडनी से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है जिसका ठीक होना बेहद मुश्किल होता है, महाराज जी की दोनों किडनियां फेल हो चुकी है जिनका उन्होंने राधा कृष्ण नाम दिया है, इस बीमारी में किडनी का आकार बढ़ जाता है जिसमें पानी जमा हो जाता है इससे कई मुश्किलें आती हैं, किडनी में गांठे बनने लगती है किडनी काम करना बंद कर देती है और शरीर फूलने नहीं लगता है और इस बीमारी के कारण शरीर कमजोर पड़ने लगता है।

महाराज जी को हर एक दिन छोड़कर डायलिसिस कराना पड़ता है जिस कारण उनका शरीर फूल रहा है और कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिस कारण महाराज जी का स्वास्थ्य सही ना रहने के कारण रात्रि 2:00 बजे उनके दर्शन बंद कर दिए गए हैं।

एकांतिक वार्तालाप और सत्संग की जानकारी (premanand ji maharaj darshan close)

श्री राधा केली कुंज आश्रम में रात्रि 2:00 बजे दर्शन के बाद महाराज जी एक आंतरिक वार्तालाप और सत्संग के जरिए भी आमजन से मिलते थे हालांकि रात्रि 2:00 बजे के दर्शन आज से ही महाराज जी के आश्रम द्वारा बंद कर दिए गए हैं लेकिन प्रातः 7:00 से 8:00 बजे तक एकांतिक वार्तालाप अभी भी जारी रहेगी।

यदि आप चाहते हैं कि आप प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन करें तो आप सत्संग या एक आंतरिक वार्तालाप के जरिए अभी भी मिल सकते हैं जिसके बंद होने की जानकारी अभी आश्रम द्वारा नहीं दी गई है। एकांतिक वार्तालाप और सत्संग में मिलने के लिए व्यक्ति को एक दिन पहले कूपन लेना पड़ता है तभी आपको अंदर प्रवेश मिलता है।

प्रेमानंद जी महाराज से मिलने के लिए कूपन कब ले(premanand ji maharaj darshan close)

प्रेमानंद जी महाराज आश्रम में एकांतिक वार्तालाप मैं अपने प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए कूपन प्रातः 9:00 बजे से मिलना प्रारंभ होता है और यदि आप सत्संग कीर्तन में प्रेमानंद जी महाराज को देखना चाहते हैं उनके दर्शन पाना चाहते हैं तो इसका कूपन प्रातः 4:00 से मिलने लगते हैं एक दिन पहले आप लाइन में लगकर कूपन ले सकते हैं। कूपन की संख्या बेहद कम होती है और लोगों की संख्या बहुत ज्यादा होती है तो यदि आप चाहते हैं कि उनके दर्शन हो तो आपको समय से पहले पहुंच कर लाइन में खड़ा रहना पड़ता है।

Bhagwan ram: आदर्श पुरुष में होते हैं श्री राम के यह 16 गुण

Premanand ji maharaj Darshan close: प्रेमानंद जी महाराज जी के रात्रि 2:00 दर्शन बंद होने के बाद वृंदावन की सड़के खाली नजर आएंगे श्रद्धालुओं को भी इस खबर से बेहद दुख पहुंचा है हालांकि देखना होगा कि कब आश्रम द्वारा दूसरी सूचना आती है फिलहाल अनिश्चितकाल तक के लिए उनके रात्रि में दर्शन नहीं होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *