Divorce reason: तलाक के केस दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे हैं समाज की व्यवस्थाओं में अंतर आ रहा है जहां पहले लोग बुरी शादी को भी जीवन के अंत तक निभा लेते थे आज वही लोग एक कारण होने से भी अलग हो जाते हैं ऐसे कई कारण होते है जब पति पत्नी आपस मैं डाइवोर्स ले लेते ह लड़ाई झगड़े ,यौन असंगता, बेवफाई, एकदूसरे को समय ना देना, प्यार ना होना यही कारण है जब दो लोग एकदूसरे से अलग हो जाते है।
कभी- कभी छोटी- छोटी गलतियां भी तलाक का कारण बनती है जो दो लोगों को डाइवोर्स लेने के बाद समझ आती है लेकिन तब तक बहुत देर हो जाती है अगर समय रहते आप इन गलतियों को सुधार कर ले तो रिश्ता टूटने से बच सकता है और आप एक अच्छा जीवन साथ मैं जी सकते है तलाक के आधार के साथ तलाक के ऐसे 6 कारण जान लीजिए जो आपकी शादी को टूटने से बचा सकते है।
तलाक के आधार
तलाक की तीन आधार हो सकते हैं यदि व्यक्ति कम से कम 1 साल तक अलग रह रहा हो या उसे व्यक्ति ने व्यभिचार ( धोखाधड़ी) की हो और शारीरिक और मानसिक क्रूरता करता हो तो आप तलाक ले सकते हैं यदि आपकी आपस में नहीं बन रही है तो भी आप तलाक ले सकते हैं। दो लोगों में से यदि कोई एक व्यक्ति भी अपने जीवनसाथी की जरूरतों के प्रति गैर जिम्मेदार होता है और भावनात्मक रूप से उसका शोषण करता है या फिर वित्तीय समस्याएं पैदा करता है तो भी व्यक्ति तलाक ले सकता है। आपका पार्टनर यदि आपको धोखा दे रहा है और आप उसके साथ नहीं रहना चाहते तो तकलीफ में रहने से अच्छा है कि आप अलग हो जाए।
तलाक के 5 कारण ( Divorce reason)
बहुत ज्यादा लड़ाई झगड़ा होना
शादी ऐसा बंधन है जहां दो लोग आपस में अपने जीवन को सांझा करते हैं और यदि दो लोगों में से एक भी व्यक्ति भावनात्मक रूप से नहीं जुड़ा है तो वहां संबंध विच्छेद होने लग जाता है और लड़ाई झगड़ा शुरू हो जाता है छोटी-छोटी बातों पर रोका-टोकी कहा सुनी होने लगती है और संबंध खराब होने लगते हैं जिस कारण दोनों तनाव में रहते हैं इसलिए यदि आपके बीच में भी लड़ाई झगड़ा बहुत हो रहे हैं या तो आप बैठकर उसे सुलझा ले और अगर नहीं बात बनती हैं तो यह आपके तलाक का कारण बन सकता हैं।
अवैध संबंध
विवाह के बाद भी किसी और से संबंध रखना और अपनी यौन और शारीरिक जरूरत की पूर्ति के लिए अपने पार्टनर के अलावा किसी और के साथ जाना भी तलाक का कारण बनता है। आजकल एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का चलन बेहद बढ़ गया है जिसमें एक ना पार्टनर अपने दूसरे पार्टनर को धोखा दे रहा होता है और बाहर कहीं संबंध बना रहा होता है जिस कारण विवाह टूटने की कंगार पर आ जाता है।
पैसों की दिक्कत
स्त्री और पुरुष हर रूप में बराबर है लेकिन यदि स्त्री पूरी तरीके से पुरुष के पैसों पर डिपेंड हो जाती है तो पुरुषों की जिम्मेदारियां बढ़ जाती है और फिर घर में रोज छोटी-छोटी चीजों को लेकर लड़ाई झगड़ा शुरू हो जाते हैं यदि परिवार में पैसा कम है या वह सही तरीके से खर्च नहीं होता तो भी रोज-रोज की किच-किच के कारण तलाक होने की नौबत आ जाती है इसलिए कोशिश करें की दोनों लोग काम करें और अपने पैसों को व्यवस्थित करें ताकि पैसों की दिक्कत ना हो।
बातचीत नहीं होती
जिंदगी में बड़ी से बड़ी मुश्किल को इंसान बातचीत करके सुलझा सकता है और दो लोग आपस में क्या सोचते हैं, क्या करना चाहते हैं इसका दोनों के जीवन पर क्या असर पड़ेगा यह क्लेरिटी नहीं है तो भी संबंध अच्छा नहीं चलता अक्सर ऐसे कपल देखने को मिलेंगे जो साथ तो रहते हैं लेकिन अपने दिल की बात एक दूसरे से नहीं कह सकते ना ही उन लोगों में अपने जीवन को लेकर कुछ बातचीत होती है तो ऐसे लोगों का संबंध अच्छा नहीं होता और जिस कारण वक्त बितते दोनों में लगाव नहीं रहता जो तलाक का कारण बनता है।
दूसरे से ज्यादा उम्मीदें रखना
दूसरे से ज्यादा उम्मीदें रखना या फिर यही अवास्तविक उम्मीदें तलाक का कारण बनती है एक विवाह में पार्टनर हमेशा दूसरों से उम्मीद लगा कर रखता है कि वह इंसान मेरे लिए वह सब कुछ करेगा तो यह उम्मीद जब पूरी नहीं होती तो तनाव पैदा होता है और व्यक्ति एक दूसरे को कोसते रहते हैं संबंधों में ठहराव तो होना चाहिए लेकिन ऐसी उम्मीदें नहीं पालनी चाहिए जिससे दूसरा हमेशा एक भार महसूस करें यदि आप उम्मीदें नहीं रखेंगे तो आपको उसके बाद जो भी मिलेगा वह आपको अच्छा लगेगा और आप बुरा भी महसूस नहीं करेंगे वास्तविक उम्मीद रखना ठीक है लेकिन जरूरत से ज्यादा उम्मीदें इंसान के जीवन को बर्बाद करती है।
शारीरिक व भावनात्मक शोषण करना
विवाह में अक्सर देखा जाता है कि महिलाओं को शारीरिक रूप से प्रताड़ना झेलने को मिलती है और वह भावनात्मक रूप से कमजोर होने लगती है यदि परिवार में उसको मान सम्मान नहीं मिल रहा है उसके भावनाओं की कद्र नहीं की जा रही है तो रिश्ते मैं कड़वाहट पैदा हो जाती है और यही कड़वाहट आगे चलकर तलाक का कारण बनती है।
इसलिए जब दो लोग विवाह करें तो दोनों की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए समय दें, बात करें और एक दूसरे का सम्मान करें आत्मिक रूप से एक दूसरे से जुड़े जो आपके रिश्ते को बेहतर भी बनाएगा और आपके परिवार के माहौल को भी अच्छा करेगा और आपका वैवाहिक संबंध लंबा और अच्छा चलेगा।