cervical cancer symptoms: खबर मिली है की पूनम पांडे की मृत्यु सर्वाइकल कैंसर ( योनि का कैंसर) से हो गई है, लेकिन अगले ही पता चला की ये न्यूज फेक है यह मात्र जागरूकता अभियान के लिए किया गया स्टंट था और तभी लोगों ने सर्वाइकल केंसर के बारे मै गूगल मै सर्च करना शुरू कर दिया। मॉडल एक्टर पूनम पांडे तब सुर्खियों में आई थी जब 2011 के वर्ल्ड कप में पूनम ने यह कहा कि अगर टीम इंडिया (cricket team India) जीती तो मैं अपने कपड़े उतार ( top less) लूंगी। लेकिन फिर भी इंडिया जीती, हालांकि बीसीसीआई Bcci)ने उनको कपड़े उतारने की इजाजत नहीं दी।
पूनम पांडे के इंस्टाग्राम पोस्ट से सभी को पता चला कि सर्वाइकल कैंसर से पूनम पांडेय की मृत्य हो गई है। पोस्ट मै यह भी लिखा गया की जो भी पूनम के नजदीक आया उसे प्यार मिला। लेकिन अब जानते है की क्या होता है सर्वाइकल कैंसर क्यों महिलाओं में यह इतना ज्यादा बढ़ रहा है। और अगले ही दिन पूनम ने वीडियो जारी करके बताया कि वो जिंदा है।
क्या होता है सर्वाइकल कैंसर ( cervical cancer
सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय में होने वाली बीमारी है। यह बीमारी गर्भाशय ग्रीवा यानी सर्विक्स के सेल्स पर असर करता है। सबसे पहले इसका असर इनर टिशु पर होता है फिर यह पूरे शरीर में फैल जाता है। माना जाता है कि आज सुरक्षित यौन संबंध के कारण यह कैंसर फैलता है। मुख्य रूप से सर्वाइकल कैंसर हाई रिस्क ह्यूमन पेपिलोमा वायरस समूह टाइप के इन्फेक्शन की वजह से होता है जो शारीरिक संपर्क के बाद एक दूसरे में ट्रांसमिट होता है।
जो महिलाएं ज्यादा बच्चे देती है उनमें भी एक कैंसर आम बात है, गर्भनिरोधक गोलियों के ज्यादा प्रयोग कारण भी यह कैंसर फैलता है। यौन संचारित बीमारियों के कारण भी सर्वाइकल कैंसर पहले की तुलना में काफी बढ़ रहे हैं।
हुमन पपिल्लोमा वायरस( human papilloma virus)
असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण हुमन पपिल्लोमा वायरस फैलता है, अधिकांश तौर पर सर्वाइकल कैंसर हुमन पपिल्लोमावायरस संक्रमण के कारण होते हैं यह महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी आम बात है, ओरल सेक्स के कारण भी यह वायरस फैलता है। यदि मल त्यागने में परेशानी होती है खून का रिसाव होता है दर्द होता है और कभी-कभी गुदा में खुजली जैसे लक्षण भी हुमन पपिल्लोमावायरस का कारण हो सकता है।
जननांग पर मस्से दिखने वाले घाव भी हुमन पपिल्लोमावायरस के कारण होते हैं यह मस्से छोटे नरम गुलाबी या भूरे रंग के होते हैं जो खुरदुरे होते हैं। अधिकतर लोग इन जैसे लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं जो आखिरी स्टेज पर आने पर ही पता चलता है जो कैंसर का रूप ले लेता है और बहुत देर हो जाती है इससे कई लोग मृत्यु का शिकार हो जाते हैं इसलिए चाहिए कि शुरुआती तौर पर इन लक्षणों को पहचाने और इसे नजरअंदाज ना करें, इससे जुड़े वैक्सीन ले दवाई ले अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
कोशिश यह करें कि एचपीवी से बचने के लिए एक से अधिक लोगों से सेक्स संबंध ना बनाएं जिससे संक्रमण का खतरा काफी कम हो सकता है
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
- यूरिन पास करने में परेशानी महसूस करना
- संबंध बनाते हुए दर्द महसूस करना
- पीरियड में ज्यादा रक्तस्राव होना क्या देर से पीरियड आना
- पैर का सूजना और चल नहीं पाना
- थकान और भारी-भारी महसूस होना
- ज्यादा समय तक तनाव ग्रस्त रहना
सर्वाइकल कैंसर से बचाव व इलाज
सर्वाइकल कैंसर को एचपीवी वैक्सीनेशन से बचाया जा सकता है यह वैक्सीन 9 से 26 साल की लड़कियों के लिए उपलब्ध रहता है और साथ ही आजकल आधुनिक स्क्रीनिंग टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके भी सर्वाइकल कैंसर डिटेक्ट किया जाता है।
कई लोगों को तो आखिरी स्टेज तक पहुंचने पर ही इसके लक्षण दिखाई देते हैं ऐसे में लास्ट चांस बचता है की सर्जरी कराएं जिससे गर्भाशय ग्रीवा कैंसर को हटाने के लिए मदद मिलती है। सर्वाइकल कैंसर को सबसे पहले रेडिएशन थेरेपी से जांच जाता जाता है और एक-रे भीम का प्रयोग करके कैंसर कोशिकाओं को हटाया जाता है।
Health problems: आपके भी हार्मोंस हो गए हैं उथल-पुथल, मन रहता हैं चिड़चिड़ा तो जान ले क्या है समस्या
शरीर में मौजूद कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए दावों का भी प्रयोग किया जाता है इसलिए शुरुआती तौर पर अगर आपको भी यह लक्षण दिखाई दे तो एक बार अपने डॉक्टर से जरूर जांच करवा ले।