Japan earthquake: जापान में अभी भूकंप की तबाही रुकी भी नहीं थी की सुनामी की खबरें आने लगी है। मौसम विभाग ने कर दिया है अलर्ट सावधान हो जाए। जापान में नए साल में भूकंप ने ऐसी तबाही मचाई की हालत इतनी खराब हो गई है कि हजारों घर उजड़ चुके हैं, और बाकी लोगों को घर से खाली करने को कहा गया है। जहां एक तरफ सब लोग नए साल का जश्न बना रहे थे वहीं जापान के लोग दर-दर भटक रहे थे। घर से बेघर हो रहे थे शहर रुक गया था। 7.4 तीव्रता वाला भूकंप बेहद ही खतरनाक था जो अपने पिछले समय से 10 गुना ज्यादा था।
भूकंप के झटके पश्चिमी जापान के इसी का प्रांत में महसूस किए गए। इस सिलसिलेवार भूकंप की गतिविधियों से 34000 घरों में बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई है मध्य जापान में कई राजमार्ग बंद है क्योंकि सड़के टूट चुकी है।
और अब मौसम विभाग की खबर आई है कि अगले कुछ दिनों में समुद्र की लहरें 5 मीटर ऊपर उठ सकती हैं। इसलिए जितना जल्दी हो सके समुद्र के आसपास रह रहे लोग घर या होटल खाली कर दें। अगर यह सुनामी भी भयानक हुई तो इसका भारी नुकसान झेलना पड़ेगा लोगों को। यह चेतावनी सागर तट से जुड़े हुए इलाकों और निगाटा, टोयाका, यामागाटा, फउकूई में जारी की गई है।
जापान में क्यों आते हैं इतने भूकंप ( Japan earthquake)
जापान में हर साल लगभग 2000 भूकंप आते हैं और हर बार यह भूकंप भारी तबाही मचा कर जाते हैं इसका कारण है वहां का ज्योग्राफिकल लोकेशन। जापान पेसिफिक रिंग ऑफ़ फायर के पास में है जिसे पूरी दुनिया की सबसे सक्रिय भूकंप बेल्ट माना जाता है। रिंग ऑफ फायर प्रशांत महासागर में घोड़े के नल के आकार का एक रास्ता है जिसमें कई सक्रिय ज्वालामुखी है दुनिया के 90% भूकंप इसी एरिया में महसूस किए जाते हैं और जो यहां तबाही मचाते हैं।
रिंग ऑफ फायर के अंदर कई टैकटोनिक प्लेट्स मूव करती है जो टकराती है जिस कारण जापान में सबसे ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं लेकिन जापान का आपदा प्रबंधन विभाग इतना ज्यादा अच्छा है कि इतनी तबाही के बाद भी जापान फिर से खड़ा हो जाता है और अपनी तरक्की में बांधा नहीं बनने देता है।
भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए जापान कई वर्षों से तैयारी कर रहा है और निरंतर अपने आप को अपग्रेड करता है इसके अलावा इमरजेंसी ड्रिल करता है। ब्लूमबर्ग की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार जापान में प्राकृतिक आपदा का सामना करने के लिए अपना निवेश काफी बढ़ाया है और एंटी डिजास्टर तैयारी को स्कूल सर को एयरपोर्ट पर लागू किया है। जापान में लाइसेंस आर्किटेक्ट इंजीनियर होते हैं जो विशेष इमारत का डिजाइन तैयार करते हैं।
क्यों आते हैं भूकंप? (Japan earthquake)
धरती के अंदर सात टैकटोनिक प्लेट्स हैं यह प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं जब यह प्लेट आपस में टकराती हैं एक दूसरे से रगड़ती है एक दूसरे के ऊपर चढ़ती है या उनसे दूर हो जाती है तब जमीन हिलने लगती है इसे ही भूकंप कहते हैं। भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल किया जाता है जिससे रिएक्टर मेग्नीट्यूड स्केल कहते हैं।
रिएक्टर मेग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होता है भूकंप के तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपीसेंटर से नापा जाता है यानी उसे केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है इसी से पता चलता है कि भूकंप( Japan earthquake )कितनी तीव्रता से आया है अगर इस पैमाने में 9 आता है तो यह सबसे भयानक तबाही मचाने वाला कर आने वाला भूकंप कहा जाता है और अगर रिक्टर पैमाने पर साथ दिखाई देता है तो इसका मतलब है कि आसपास के 40 किलोमीटर से 50 किलोमीटर से दायरे में इसका असर हुआ है।।