Heart break: जब तक हमारा दिल नहीं टूटा होता ना तब तक हमें असलियत दिखती नहीं है। और हम भावनाओं में बहते ही चले जाते हैं और फिर एक दिन सब खत्म हो जाता है फिर नजर आती है पीछे की असलियत और समझ आती है बहुत सारी बातें।
दिल टूटने में बेशक आवाज ना होती हो लेकिन दर्द बहुत ज्यादा होता है, और इससे बाहर आने में कई बार तो महीने और साल तक लग जाते हैं। दिल टूटने के बाद इंसान डिप्रेशन में तक चला जाता है उसको हर चीज से नफरत होने लगती है उसका किसी चीज में मन नहीं लगता और फिर वह कभी किसी पर विश्वास ना करने की कसम खा लेता है।
कई बार दो लोगों का रिश्ता इतनी बुरी स्थिति में आकर खत्म होता है कि दोनों एक दूसरे का मुंह तक कभी देखना नहीं चाहते, और ना ही बात करना चाहते हैं। बुरे रिश्ते की छाप इंसान के दिल पर छप जाती है और फिर वह उसकी पूरी जिंदगी भर-भर याद आती है। लेकिन कहते हैं ना हर रिश्ता कुछ ना कुछ सीख कर जाता है कई बार अच्छी चीज और कई बार बुरी चीज।
पहला प्यार गलत इंसान (heart break)से होता है
एक बात तो सच है पहला प्यार हमेशा गलत इंसान से होता है और दूसरा प्यार सही इंसान से गलत वक्त पर होता है इसलिए खुद को मौका देना अच्छी बात है, लेकिन बार-बार गलतियों को दोहराना बुरी बात है इसलिए अगली बार रिश्ते में आए तो हर चीज देखभाल के आए। एक रिश्ते में इंसान अपना तन मन धन सब खर्च करता है और अगर वह टूट जाए तो इसका दुख बहुत ज्यादा होता है लेकिन यदि हम इंसान को पहचानने की काबिलियत रखते हैं तो हम कभी भी गलत इंसान से नहीं जुड़ेंगे और ना ही बार-बार हमारा दिल टूटेगा।
दिल टूटने से आंखें खुल जाती है और समझ आती है यह बातें
- समय हर दर्द को कम कर देता है और एक वक्त के बाद इंसान को मजबूत बना देता है तब लगता है कि जो हुआ सही हुआ शायद यह रिश्ता इतना ही चलना था। क्योंकि रिश्ता टूटा तभी है जब उसमें कमी हो जब उसमें प्यार कम हो, इज्जत कम हो, या आत्मसम्मान काम हो।
- दिल टूटने के बाद इंसान को यह महसूस होता है कि उसने अपना कितना समय बर्बाद किया है और वह अपने फ्यूचर के प्रति सीरियस हो जाता है, तब उसको अपने काम की और पैसों की इज्जत होती है।
- दिल टूटने के बाद इंसान को अच्छाई और बुराई में कमियां तरासने का मौका मिलता है, तब उसको समझ में आता है कि उस इंसान में क्या गलत था और क्या सही। फिर अगली बार वह यह गलती नहीं करता।
- दिल टूटने के बाद इंसान पहले की तुलना में ज्यादा मैच्योर हो जाता है उसको चीजों को देखने का नजरिया बदल जाता है पहले से ज्यादा वह इंसान को पहचानता है कि वह इंसान कैसा है क्या वह उसके लिए ठीक रहेगा।
- दिल टूटने के बाद ही इंसान को परिवार और दोस्तों की अहमियत समझ में आती है और तब वह उन लोगों की इज्जत भी करता है और उनके साथ भी देता है।
- एक बार दिल टूटने के बाद यदि अगली बार इंसान दोबारा से रिश्ते में आता है तो वह पिछली गलतियों को दोहराने से बचता है जिससे उसका रिश्ता पहले से ज्यादा अच्छा चलता है।
- दिल टूटने के बाद इंसान हर किसी को अपना फायदा उठाने नहीं देता को पहले से ज्यादा समझदार हो जाता है और अपने इमोशंस पर काबू कर पता है। इसलिए भी जब इंसान को दूसरी बार प्यार होता है तो टूट जाने पर दुख कम होता है क्योंकि वह तब तक अपनी भावनाओं पर काबू करना सीख जाता है।