2025 habits : आपकी कुछ आदतें 2025 में आपको मालामाल कर सकती है जो अब तक नहीं हुआ आपकी जिंदगी में वह सारे ख्वाब पूरे कर सकती हैं, आपको गरीब से अमीर बन सकती हैं। हमारी आज की जिंदगी हमारे गुजरे कल का परिणाम है और हमारी सोच का परिणाम है जिसे बदला जा सकता है।
रॉबर्ट. टी. कियोसाकी अपने अंतरराष्ट्रीय बेस्ट सेलर किताब rich dad and poor dad मैं बताते हैं कि क्यूं कुछ लोग इस दुनिया में इतने अमीर हैं और क्युं अधिकतर लोग गरीब रह जाते हैं जबकि इस दुनिया के नियम हम सबके लिए एक बराबर काम करते हैं।
आखिरकार अमीर लोग अपने बच्चों को ऐसा क्या सिखाते हैं कि वह लोग दुनिया की चुनौतियों का सामना इतने अच्छे तरीके से करते हैं हर मौजूद अवसर को हासिल कर लेते है, जबकि दूसरी तरफ गरीब लोग केवल शिकायत और कठिनाइयों में अपना पूरा जीवन निकाल देते हैं।
खुद को खुद की प्रेरणा बनाएं ( 2025 habits)
कियोसाकी का मानना है कि स्कूल हमें कुछ नहीं सिखाता बल्कि जब हमारे एक्शन लेने की उम्र होती है तब जाकर हम जीवन को जीना सिखते हैं, पैसा कमाना सीखते हैं और कई लोग तो पैसा कैसे खर्च करना है यह जान ही नहीं पाते और पूरी जिंदगी सब कुछ होते हुए भी तकलीफ में गुजार देते हैं।
यदि आप अपनी सोच बदलते हैं और अपने जीवन की कुछ आदतों को बदलते हैं तो आप भी अमीर बन सकते हैं जिसके लिए आपको पहला कदम उठना होगा। आपको अपने जीवन को बदलने की प्रेरणा खुद को बनाना होगा क्योंकि बाहर से लिया गया मोटिवेशन हफ्ते 10 दिन तक ही काम करता है और फिर हम वही सब पुरानी आदतों में फंस जाते हैं।
अगर आप भी चाहते हैं कि आपका बड़ा घर हो, चमचमाती गाड़ी हो, आपका परिवार लग्जरी ब्रांड के कपड़े पहने, आपसी सुकून भरी जिंदगी हो तो तैयार हो जाए rich dad and poor dad की 5 बातें अपने जीवन में उतारने को जो आपके जीवन में बहुत बड़ी सीख देकर जाएगी।
Rich dad and poor dad की 5 आदतें (2025 habits)
डर (afraid)
सबसे पहले है डर, कुछ न पाने का डर, हार जाने का डर, पैसा लूटाने का डर, कुछ खोने का डर ,प्रयास विफल होने का डर , यहीं डर हमें भीतर से खोखला कर देता है जिस कारण हमारी रिस्क लेने की क्षमता खत्म हो जाती है। हर वक्त चिंता बनी रहती है कि कहीं कुछ हो ना जाए जिस कारण जितना हमें हासिल होता है उसका भी हम आनंद नहीं ले पाते इसलिए बिना डरे कुछ नया करने की कोशिश करते रहे ।
बिना डरे यदि आप कोई भी कार्य करेंगे तो वह सफल जरूर होगा डर-डर के आप अपना काम सिर्फ खराब करते हैं जो कि आपके अंदर भय पैदा कर देता है कुछ नया न करने का।
सनकीपन (eccentricity 2025 habits)
यहां सनकीपन का मतलब है मनमौजिया ,शंकाओं भरा मन जो हर समय हमारे भीतर चलता रहता है जैसे मैं उतना स्मार्ट नहीं हूं, मैं उस जैसा नहीं हूं, वह कितना अमीर है ,वह कितनी सुंदर है ,उसको तो सब पता है, मैं यह नहीं मैं वह नहीं ,हर वक्त आपके मन में दुविधाएं चलती रहती है। यह दुविधा हमारे दिमाग को कुछ नया करने से रोकती है क्योंकि हर वक्त हम अपनी कमी को देखते रहते हैं और हमारे अंदर के कॉन्फिडेंस खत्म कर देते हैं।
शंका हमारे दिमाग को कमजोर बनाती है हर वक्त व्यक्ति के अंदर संदेह भरा रहता है जो की आलोचना करता रहता है इसके विपरीत जो व्यक्ति विश्लेषण करता है उसका दिमाग और ज्यादा खुलता है जो उसे बेहतर करने पर मजबूर कर देता है।
आलस्य (lazy)
आलसी वह नहीं है जो सुबह उठता नहीं, काम चोरी करता है यह लोग तो असल में मानसिक तौर पर बीमार है जिन्हें डॉक्टर से इलाज करना चाहिए। आलसी वह है जो इतना व्यस्त है कि उसे अपने स्वास्थ्य की परवाह ही नहीं। उसे अपने परिवार से बहुत ज्यादा कुछ लेना देना नहीं और खाली समय में फोन पर चिपके रहता है और स्वभाव से चिड़चिड़ा हो चुका हैं।
आलसी तो वह लोग है जो लोग खुद का सामना नहीं कर पाते ,जिन्हें डर लगता है ध्यान करने से, खाली बैठने से ,खुद से बातें करने से वह लोग हर वक्त काम में अपने आप को बिजी रखते हैं और खुद की असली खुशी से भागते रहते हैं।
असली खुशी है कुछ घंटे काम करने में, कुछ समय परिवार के साथ खूबसूरत समय बिताने में, बच्चों के साथ खेलने में, रोजाना एक घंटा एक्सरसाइज करने में और खुद के बारे में जानने में जोकी एक इंसान को बेहतर बनाता है ना कि वह जो हर वक्त काम का बहाना लेकर अपनी जिंदगी को तबाह कर रहे हैं।
आदतें (2025 habits)
आदतें इंसान की जिंदगी में सबसे बड़ा रोल निभाती है आदतें कई तरह की होती है जैसे अच्छा बोलने की आदत ,अच्छा खाने की आदत, जिम जाने की आदत, समय पर अपना काम करने की आदत और यही आदत जब खराब हो जाए तो इंसान की जिंदगी बर्बाद हो जाती है जैसे नशा करने की आदत, हमेशा दूसरों में कमियां निकालने की आदत, काम चोरी करने की आदत इसलिए आदतें अगर इंसान को गरीब बनाती है तो वही अच्छी आदतें इंसान को अमीर बना सकती हैं।
ज़िद (stubbornness)
इंसान अगर जिद्दी हो तो वह अपनी गलत आदतों को नहीं बदलता उसे लगता है जो वह करता है वही सही है और हर वक्त वह अपनी सोच दूसरों पर थोपता है यही सोच उसकी जिद बन जाती है और यदि कोई उसे कुछ सीखने की कोशिश करें तो वह अपने जिद के कारण नहीं सिखाता।
और यही जिद अगर जिंदगी बदलने में लगा दे तो वह अपनी परिस्थितियों बदल देता है अपने जीवन के सारे ख्वाब पूरे कर सकता है, व्यक्ति अगर अपनी गरीबी मिटाने की जिद ठान ले तो उसे अमीर बनने से कोई नहीं रोक सकता।
2025 आपके जीवन को परिवर्तित कर सकता है यदि आपकी कुछ गलत आदतें छूट जाए और आपको कुछ बेहतर आदत लग जाए तो व्यक्ति का जीवन परिवर्तन हो सकता है और छोटी-छोटी आदतें ही उसको अमीर बनाती है। Rich dad and poor dad किताब बताती है कि इंसान की जिद और आदतें हैं इंसान को मालामाल बनती है और उसको गरीब से अमीर बनाती है।